#वित्त एवं लेखा समूह के कई वरिष्ठ अधिकारियों का हुआ तबादला तो अधीनस्थों में कसक बढ़ी, प्रमोशन व पोस्टिंग में चले आ रहे खेल से अनिश्चितता बरकरार.
#पदोन्नति का इंतजार कर रहे लेखाकार और सहायक लेखाधिकारी निदेशालय की बदइंतजामी के शिकार.
अफसरनामा ब्यूरो
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के वित्त विभाग ने वित्त सेवा के ग्रेड पे-10,000 के लिए पदोन्नति की कार्यवाही पूरी करते हुये अधिकारियों की प्रोन्नति और पोस्टिंग के आदेश जारी कर दिए. वित्त एवं लेखा समूह के कई वरिष्ठ अधिकारियों के हुए तबादले से अधीनस्थों की कसक बढ़ गयी है. अब प्रमोशन की बाट जोह रहे इसके निचले ग्रेड पे के कर्मचारियों में उनके प्रमोशन और पोस्टिंग में हो रही देरी को लेकर रोष है. हाल ही के दिनों में शासन द्वारा महगाई भत्ते एवम अन्य विभिन्न भत्तों को समाप्त किये जाने से उत्पन्न स्थिति के बाद प्रमोशन में स्टेगनेशन की आशंका लेखाकार्मिकों के मनोबल को तोड़ रही है.
कर्मचारी इसके लिए लगातार सुर्ख़ियों में रहने वाले आंतरिक लेखा परीक्षा निदेशालय में व्याप्त भ्र्ष्टाचार व दलालों की बढ़ी सक्रियता को जिम्मेदार बता रहे हैं. बताते चलें कि पहले भी आंतरिक लेखा निदेशालय में सिंडिकेट और दलालों के पोस्टिंग और प्रमोशन में दखल की खबरें सुर्खियाँ बटोर चुकी है. सूत्रों की माने तो प्रमोशन में देरी की एक बड़ी वजह लखनऊ में लंबे अरसे से मलाईदार पदों और विभागों में कर्मचारी भी प्रमोशन अटकाने के लिए सक्रिय हैं.
कोरोना संकट में वेतन भत्ते की कटौती से नाराज कर्मचारी इसको अपने लिए भत्ते की कटौती के बाद दोहरा झटका मान रहे हैं. सरकार और सत्ताधारी दल के लिए कर्मचारियों की यह नाराजगी भविष्य में सियासी नुकसान का सबब न बने इसके लिए समय से एहतियाती कदम उठाते हुए जरूरी कदम उठाने होंगे.
एक ओर जहाँ अधीनस्थ कर्मचारियों में लेखाकार / वरिष्ठ लेखा परीक्षक से सहायक लेखाधिकारी में पदोन्नति, सहायक लेखाकार से लेखाकार में पदोन्नति में की जा रही लेटलतीफी से छटपटाहट है वहीं प्रविष्टियों के रख रखाव में हो रही अव्यवस्था भी खासी चर्चा का विषय बना है. इसीलिए हाल के दिनों में निदेशालय में पृथक प्रविष्टि सेल बनाये जाने की मांग भी उठी है.
आंतरिक लेखा एवं लेखा परीक्षा निदेशालय बना स्थानांतरण का अड्डा
आंतरिक लेखा एवं लेखा परीक्षा निदेशालय बना स्थानांतरण का अड्डा
