
#ऑल इंडिया डिस्कॉम एसोसिएशन (AIDA) के डायरेक्टर जनरल पावर कारपोरेशन के पूर्व अध्यक्ष आलोक कुमार हैं जबकि जनरल सेक्रेटरी वर्तमान अध्यक्ष आशीष गोयल हैं.
#संघर्ष समिति ने आशीष गोयल के दोनों पदों पर बने रहने को संविधान की अवहेलना करार दिया है. साथ ही संघर्ष समिति ने आशीष गोयल का पॉवर कारपोरेशन का चेयरमैन रहते हुए इस प्रकार निजी घरानों के बने एसोसिएशन का पदाधिकारी बने रहना, सरकारी गोपनीयता का हनन, पारदर्शिता और निष्पक्षता का हनन है.
#AIDA के डायरेक्टर जनरल आलोक कुमार वही हैं जिनके कार्यकाल में बिजली विभाग का #GPF घोटाला हुआ था. जिसमें सीबीआई ने उत्तर प्रदेश शासन से अभियोजन की स्वीकृति मांगी थी जोकि अभी तक लंबित है. फ़िलहाल संघर्ष समिति ने उनपर उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के उच्च अधिकारियों की अनौपचारिक बैठक लेने और उन्हें निजीकरण की प्रक्रिया तेज करने के लिए प्रेरित करने का आरोप है.
#ऑल इंडिया डिस्कॉम एसोसिएशन (AIDA) पर देश के सभी विद्युत वितरण निगमों से करोड़ों रुपए का चंदा लेने का आरोप. संघर्ष समिति के अनुसार उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन ने भी दिया आल इंडिया डिस्कॉम एसोशिएशन को कई करोड़ का चंदा.
अफसरनामा ब्यूरो
लखनऊ : उत्तर प्रदेश में बिजली के निजीकरण की निधि रहे पूर्व निदेशक वित्त निधि नारंग के सेवा विस्तार को गलत करार देकर सेवा विस्तार को रोकने के बाद अब विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के निशाने पर उत्तर प्रदेश पावर कार्पोरेशन के वर्तमान व पूर्व अध्यक्ष क्रमशः आशीष गोयल और अलोक कुमार आ गये हैं. शुक्रवार को उर्जा विभाग के चेयरमैन और ऑल इंडिया डिस्कॉम एसोसिएशन (AIDA) के जनरल सेक्रेटरी आशीष गोयल पर हमला बोलते हुए संघर्ष समिति ने पारदर्शिता का हवाला देते हुए कहा कि डॉक्टर आशीष गोयल या तो अपने को आल इंडिया डिस्कॉम एसोशिएशन से अलग कर लें अथवा उन्हें स्वयं उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष का पद छोड़ देना चाहिए. ऑल इंडिया डिस्कॉम एसोशिएशन के डायरेक्टर जनरल, उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन के पूर्व अध्यक्ष और भारत सरकार के पूर्व विद्युत सचिव सेवानिवृत्त आईएएस आलोक कुमार पर उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के उच्च अधिकारियों की अनौपचारिक बैठक ले रहे हैं और उन्हें निजीकरण की प्रक्रिया तेज करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं, का अरोप लगाया है.
बताते चलें की AIDA के डायरेक्टर जनरल आलोक कुमार वही हैं जिनके कार्यकाल में बिजली विभाग में “GPF घोटाला” हुआ था. जिसमें सीबीआई ने उत्तर प्रदेश शासन से अभियोजन की स्वीकृति मांगी थी जोकि अभी तक योगी सरकार में लंबित है. ऐसे अफसरों अलोक कुमार और आशीष गोयल की मौजूदगी में अखिल भारतीय डिस्कॉम्स एसोसिएशन की निष्पक्षता और पारदर्शिता पर सवाल खड़े हो रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक़ निजीकरण को लेकर सक्रिय तत्वों तथा उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के शीर्ष पर तैनात अफसरों द्वारा बड़े पैमाने पर देश के दूसरे शहरों में होटल बुकिंग और एयरलाइन्स के टिकट भी सरकारी खर्च पर बुक कराए गए हैं. संघर्ष समिति ने कहा कि यह भी जानकारी मिल रही है कि उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के पूर्व अध्यक्ष और भारत सरकार के पूर्व विद्युत सचिव सेवानिवृत आईएएस आलोक कुमार उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के उच्च अधिकारियों की अनौपचारिक बैठक ले रहे हैं और उन्हें निजीकरण की प्रक्रिया तेज करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं.
इसके आलावा बिजली विरोध में उतरी संघर्ष समिति ने आशीष गोयल का पॉवर कारपोरेशन का चेयरमैन रहते हुए इस प्रकार निजी घरानों के साथ एसोसिएशन बनाना सरकारी गोपनीयता का हनन करार दिया है. समिति का आरोप है कि ऑल इंडिया डिस्कॉम एसोशिएशन देश के सभी विद्युत वितरण निगमों से करोड़ों रुपए का चंदा ले रही है. उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन ने आल इंडिया डिस्कॉम एसोशिएशन को कई करोड़ का चंदा दिया है. साथ ही एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष पद पर एक बड़े निजी घराने के सीईओ को रखा गया है. संघर्ष समिति ने इसका ऑडिट कैग से कराने की मांग के साथ कहा कि सरकार को यह जांच करना चाहिए कि यह संगठन किसने बनाया है? किस उद्देश्य से बनाया है? देश के विद्युत वितरण निगम किस मद में इसे चंदा दे रहे हैं?
ऑल इंडिया डिस्कॉम एसोशिएशन की संविधानेतर गतिविधियों पर संघर्ष समिति ने सवाल उठाकर पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम एवं दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के बारे में ऑल इंडिया डिस्काम एसोशिएशन की संविधानेतर गतिविधियों पर विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति उत्तर प्रदेश ने सवाल खड़ा करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से मांग की है कि आल इंडिया डिस्कॉम एसोशिएशन की निजीकरण को लेकर की जा रही कार्यवाहियों पर तत्काल रोक लगाई जाय.
बताते चलें कि अखिल भारतीय डिस्कॉम्स एसोसिएशन (AIDA) एक गैर-लाभकारी सहयोग मंच है जो भारत की विभिन्न विद्युत वितरण संस्थाओं का प्रतिनिधित्व करता है. इसके सदस्य राज्य सरकार के स्वामित्व वाली वितरण कंपनियाँ, निजी क्षेत्र की डिस्कॉम कंपनियाँ, केंद्र शासित प्रदेशों के विद्युत विभाग और फ्रैंचाइज़ी हैं. AIDA का उद्देश्य देश की सभी विद्युत वितरण संस्थाओं की एकीकृत आवाज़ और 34.5 करोड़ विद्युत उपभोक्ताओं को सेवा प्रदान करना है. मुख्य उद्देश्यों में सदस्यों के बीच सहयोग को बढ़ावा देना, प्रगतिशील नीति और नियामक सुधारों की वकालत करना और विद्युत वितरण क्षेत्र में समग्र विकास को गति देना शामिल है.
फ़िलहाल आल इंडिया डिस्कॉम एसोशिएशन में विद्युत वितरण निगम के मौजूदा चेयरमैन और प्रबंध निदेशकों के साथ निजी घरानों के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफीसर हैं. एसोशिएशन के डायरेक्टर जनरल के पद पर उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन के पूर्व अध्यक्ष और भारत सरकार के पूर्व विद्युत सचिव आलोक कुमार सेवानिवृत्त आईएएस हैं. और एसोशिएशन के जनरल सेक्रेटरी उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन के मौजूदा अध्यक्ष डॉक्टर आशीष गोयल हैं.

