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अमेरिका ने की यूपी के पीसीएस विद्या शंकर के प्रबंधन की प्रशंसा

#वीवीआईपी दौरों,रैलियों के प्रबंधन में महारत हासिल है विद्या शंकर को

अफसरनामा    

लखनऊ :  आज जहां सूबे की अफसरशाही के कुछ अफसरों की कार्यशैली पर सवाल उठाये जा रहे हों और प्रदेश के मुख्य सचिव द्वारा सभी जिलाधिकारियों को पत्र लिखना पड रहा हो कि अपने क्षेत्र के माननीयों से कैसे पेश आया जाय. ऐसे में किसी अफसर को अमरीकी पूर्व राष्ट्रपति द्वारा उसके किये गए उत्तम व्यवहार और प्रबंधन से संतुष्ट होकर प्रशंसा पत्र देना उस अफसर के लिए कितना सुखद होगा और दूसरों के लिए नजीर होगा यह समझा जा सकता है.

दरअसल पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की 17 जुलाई 2014 को भारत यात्रा के दौरान पूरी यात्रा की जिम्मेदारी तत्कालीन एडीएम सिटी पूर्वी, लखनऊ पद पर तैनात रहे विद्या शंकर सिंह ने किया था. श्री सिंह द्वारा किये गए उत्कृष्ट कार्यों के लिए वापस जाने के बाद पूर्व राष्ट्रपति ने एक प्रशंसा पत्र भेजा है. फ़िलहाल यह प्रशंसा पत्र चर्चा का विषय बना हुआ है जो अन्य अफसरों के लिए एक उदाहरण है. 1997 बैच के ईमानदार  पीसीएस अधिकारी विद्या शंकर सिंह वर्तमान में एडीएम एफआर कानपुर देहात हैं. प्रांतीय सिविल सेवा के अधिकारी जिनके ऊपर शासन-प्रशासन को सुचारू रूप से चलाने और सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं को लाभार्थियों तक पहुंचाने की सबसे ज्यादा जिम्मेदारी होती है के लिए ऐसे अधिकारी एक मिशाल हैं और लोगों को इससे सबक लेने की आवश्यकता है. और सरकार को भी ऐसे अफसरों को प्रमोट करने की पहल करनी चाहिए.

17 जुलाई 2014 को अमरीका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन का दौरा प्रस्तावित हुआ और उनके आगमन से लेकर प्रस्थान तक की जिम्मेदारी श्री सिंह द्वारा निभायी गयी. उनकी सुरक्षा व्यवस्था, रहने और खानपान आदि  से लेकर अन्य सभी जिम्मेदारियां एडीएम सिटी पूर्वी, लखनऊ होने के नाते नोडल अफसर नियुक्त हुए और आगमन व प्रस्थान तथा तत्कालीन सीएम अखिलेश यादव से मुलाकात का कार्यक्रम तैयार करने की जिम्मेदारी निभाई. बताते चलें कि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति की सुरक्षा के मानक वर्तमान राष्ट्रपति के बराबर होता है. इस तरह से उनके आगमन से एक सप्ताह पहले करीब 150 से 200 का दस्ता भारत आया था, जिनमें उनका स्टाफ, सुरक्षा अधिकारी व अन्य शामिल थे. क्लिंटन की सुरक्षा के अधिकारी एक सप्ताह पहले ही पहुंचकर उनकी सुरक्षा और पूरे कार्यक्रम का रोडमैप तैयार किया जिसके कोआर्डिनेशन का पूरा जिम्मा श्री सिंह का था. इसके अलावा खाने की व्यवस्था पांच सितारा होटल ताज से कराने की भी जिम्मेदारी थी. दरअसल पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति क्लिंटन की पत्नी हिलेरी क्लिंटन मेडिकल हेल्थ केयर से जुड़ा एक एनजीओ चलाती हैं. और इसी सम्बन्ध में उनका राजधानी से सटे मोहनलाल गंज जाने का कार्यक्रम था. आने-जाने का पूरा रोडमैप तैयार करना और उसके बाद इनकी प्रस्तावित मुलाक़ात तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से कराने की जिम्मेदारी थी. तब क्लिंटन के साथ मुलाक़ात करने वालों में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के अलावा अहमद हसन और मंत्री अभिषेक मिश्रा भी शामिल थे.

लखनऊ में रहते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर नरेन्द्र मोदी की रैली करा चुके विद्या शंकर सिंह अपनी बहराईच तैनाती के दौरान प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी के कार्यक्रम की भी जिम्मेदारी संभाल चुके हैं. श्री सिंह 14.02.2014 से 15.08.2014 तक एडीएम सिटी ईस्ट लखनऊ रहे. उसके बाद 16.08.2014 से 08.06.14 तक एडीएम एफआर बहराईच बनाये गए. फिलहाल 09.06.2017 से एडीएम एफआर कानपुर देहात हैं.

14 फरवरी 2014 को नियुक्ति के बाद ही विधानसभा सत्र की शुरुवात हुई इसकी व्यवस्था की जिम्मेदारी संभाली. फिर 04 मार्च को लोकसभा चुनाव की घोषणा हुई और तब गुजरात के मुख्यमंत्री रहे प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी का लखनऊ के रमाबाई मैदान में एक जनसभा हुई जिसकी एडीएम सिटी होने के नाते सम्पूर्ण व्यवस्था की जिम्मेदारी इन पर थी. करीब 3 लाख लोगों की भीड़ को व्यवस्थित करते हुए सुचारू रूप से कार्यक्रम को संपन्न कराया.

इसी दौरान कुल 3 राज्यपाल का शपथ ग्रहण समारोह और 2 के विदाई समारोह को संपन्न कराया. शपथ ग्रहण करने वालों में विधानसभा चुनाव के बाद तत्कालीन राज्यपाल बीएल जोशी के दूसरे  कार्यकाल का शपथ ग्रहण समारोह की व्यवस्था, 2014 में जोशी की विदाई और राज्यपाल के रूप में कुरैशी का शपथ ग्रहण समारोह संपन्न कराया फिर कुरैशी की विदाई और वर्तमान राज्यपाल रामनाईक का शपथ ग्रहण समारोह की जिम्मेदारी सुचारू रूप से संपन्न कराई.

श्री सिंह के बहराईच कार्यकाल के दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का पांच बार दौरा हुआ और जिसमें एकबार अखिलेश यादव राज्यपाल रामनाईक के साथ भी गए. इन्हीं के कार्यकाल में एकबार पुनः प्रधानमन्त्री के रूप में नरेन्द्र मोदी का दौरा प्रस्तावित हुआ जिसकी व्यवस्था की जिम्मेदारी विद्या शंकर सिंह पर थी. पहली बार 12 दिसम्बर 2016 को था जब उनका हेलीकाप्टर मौसम की खराबी के चलते उतर नहीं सका था और उन्होंने  जनसभा को अमौसी एयरपोर्ट से फ़ोन के माध्यम से संबोधित किया था, पुनः दुबारा प्रधानमंत्री मोदी का दौरा 23 फरवरी 2017 को प्रस्तावित हुआ और जिसकी जिम्मेदारी बखूबी निभाते हुए श्री सिंह ने भव्य व शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराया. इस पूरे कार्यक्रम में पीएम की सुरक्षा से कोआर्डिनेशन के लिए जिला प्रशासन की तरफ से पूरी जिम्मेदारी विद्या शंकर सिंह पर थी. फिलहाल कानपुर देहात में अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व की जिम्मेदारी संभाल रहे विद्या शंकर सिंह ने अभी संपन्न निकाय चुनाव की जिम्मेदारी, ऋण मोचन योजना के अंतर्गत 6 हजार लोगों को प्रमाण पत्र वितरित कराना, योग दिवस और यूपी दिवस कार्यक्राम को सरकार की इच्छा के अनुरूप संपन्न कराना इनकी प्राथमिकताओं में रहा और जिसको इनके द्वारा बखूबी अंजाम दिया गया.

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