#क्षेत्रीय दलों में सबसे पैसे वाली पार्टी बनी सपा, संपत्ति बढकर हुयी 635 करोड़
#शिवसेना,आम आदमी पार्टी और एआईएडीएमके जैसे क्षेत्रीय दलों की संपत्ति में भी इजाफा
अफसरनामा ब्यूरो
दिल्ली : सत्ता में रहने के दौरान सियासी दलों की संपत्तियों की बढ़ोत्तरी कोई नयी बात नहीं है, एसोसिएशन फॉर डेमोक्रैटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी के साथ ही मुंबई की शिवसेना और एआईएडीएमके जैसे क्षेत्रीय दलों की संपत्ति में पिछले पांच वर्षों में बहुत तेजी से वृद्धि हुई है. यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी की संपत्ति वित्तीय वर्ष 2011-12 से वर्ष 2015-16 के बीच करीब 200 प्रतिशत बढ़ गई है. सपा की कुल संपत्ति 213 करोड़ से बढ़कर 635 करोड़ हो गई है. एडीआर की इस जानकारी का आधार वर्ष 2011-12 और 2015-16 में इन दलों की ओर से चुनाव आयोग और इनकम टैक्स को दी गई जानकारी के आधार पर जुटाए हैं.
समाजवादी पार्टी की कुल संपत्ति की कीमत 635 करोड़ रुपये है जो कि किसी भी क्षेत्रीय पार्टी की तुलना में सबसे ज्यादा है, उत्तर प्रदेश में 2012 से 2017 तक सत्तारूढ़ रही समाजवादी पार्टी की संपत्ति में पांच वर्षों में 198 गुना बढ़ी समाजवादी पार्टी की संपत्ति, अन्नाद्रमुक भी समाजवादी पार्टी से पीछे नहीं है. रिपोर्ट के मुताबिक इसी तरह से शिवसेना की संपत्ति 21 करोड़ से बढ़कर 39 करोड़ हो गई है जो करीब 92 प्रतिशत की वृद्धि है। एडीआर ने यह रिपोर्ट इन दलों द्वारा चुनाव आयोग को दी गई सूचना के आधार पर तैयार किया है। एडीआर के मुताबिक वाईएसआर कांग्रेस मार्च 2011 और आम आदमी पार्टी नवंबर 2012 में पंजीकृत हुई थीं। उस समय उनके पास करीब 1 करोड़ रुपये की परिसंपत्ति थी जो वित्तीय वर्ष 2015-16 में बढ़कर 3.7 करोड़ हो गई।
राजनीतिक भ्रष्टाचार का अन्ना हजारे के साथ विरोध करने वाले केजरीवाल की पार्टी आम आदमी पार्टी जिसका नवंबर 2012 में रजिस्ट्रेशन हुआ था की संपत्ति में भी काफी इजाफा हुआ है. वर्ष 2012-13 में इसके पास 1.16 करोड़ की संपत्ति थी जोकि बढकर 2015-16 में 3.76 करोड़ की हो गई. बताते चलें कि पार्टियों ने अपनी संपत्ति का जो ब्यौरा दिया है उसमें अचल संपत्ति, लोन, एडवांस, एफडीआर, टीडीएस और निवेश और अन्य संपत्तियां शामिल हैं.