
#प्रदेश की नदियों के पुनरुद्धार के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद संभाली कमान, एक माह में डीपीआर तैयार करने के दिए निर्देश.
अफसरनामा ब्यूरो
लखनऊ : आदि गंगा गोमती को अविरल और निर्मल बनाने के लिए वर्षों पहले की छेड़ी गयी मुहिम अब रंग लाती दिख रही है. योगी पार्ट-2 में अविरल-निर्मल गोमती की कल्पना सरकार होने का समय नजदीक दिखायी दे रहा है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के कार्यों की समीक्षा के दौरान अविरल निर्मल गोमती की परिकल्पना को मूर्त रूप देने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने इस बाबत अधिकारियों को एक माह में विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार कर प्रस्तुत करने हेतु कहा है.
डीपीआर को अंतिम रूप देने के बाद मानसून उपरांत इस पर भौतिक कार्य शुरू कर दिया जाएगा. निर्मल गोमती के लिए नदी में जीरो लिक्विड डिसचार्ज की स्थिति सुनिश्चित की जाएगी. गोमती की तर्ज पर ही प्रदेश की अन्य नदियों हिंडन, वरुण आदि के लिए भी कार्य योजना तैयार करने और नियमित मॉनिटरिंग किए जाने के निर्देश भी मुख्यमंत्री ने दिए हैं.
बताते चलें कि उत्तर प्रदेश में बहने वाली गोमती एक ऐसी नदी है जिसमें जल का प्रवाह उसके खुद के स्रोतों से होता है. लेकिन साफ़ सफाई आदि के आभाव में स्रोत बंद हो गए हैं या फिर बंद होने के कगार पर हैं, जिसके चलते इसमें जल की भी कमी हो गयी है. ऐसे में मुख्यमंत्री योगी की सक्रियता से इस नदी के उद्धार की उम्मीद जगी है.
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